तुलनायें हो रही थी तो घबरा रहा था वो
इस तरह अपने बढ़ने से कतरा रहे था वो
लोगों के अनुभवों से ,सीखने में थी झिझक
बस इसलिए गिर गिर के बढ़ा जा रहा था वो।
इस तरह अपने बढ़ने से कतरा रहे था वो
लोगों के अनुभवों से ,सीखने में थी झिझक
बस इसलिए गिर गिर के बढ़ा जा रहा था वो।
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